आलू से दूध का उत्पादन: कैल्शियम और अन्य महत्वपूर्ण खनिज और प्रोटीन का मुख्य स्रोत है दूध। दूध का उपयोग मिठाइयाँ, व्यंजन और चाय, कॉफी, शेक जैसे पेय बनाने में भी किया जाता है, लेकिन बदलते समय के साथ बाज़ार में विभिन्न प्रकार के गैर-डेयरी विकल्प भी आ गए हैं।
दूध के गैर-डेयरी विकल्प में आपने कई उत्पादों का नाम सुना होगा। मसलन सोया दूध, बादाम दूध, ओट दूध, काजू दूध, ये सब बाजार में उपलब्ध हैं। लेकिन अब आलू से तैयार किया गया दूध बाजार में आने की तैयारी में है। स्वीडन की डेयरी कंपनी डग ने आलू से दूध बनाने का दावा किया है।
कैसे तैयार किया गया आलू से बना दूध
आलू से दूध के इस उत्पादन को लेकर कहा जा रहा है कि इसे बनाने का खर्च भी दूसरी विधियों की तुलना में कम है। आलू उगाने में बादाम और जई की तुलना में कम पानी की खपत होती है और इसके लिए कम जमीन की भी आवश्यकता होती है। इसलिए इसे एक बेहतरीन विकल्प के रूप में देखा जा रहा है। इस दूध को छह प्रतिशत आलू से बनाया गया है। आलू से दूध बनाने की प्रक्रिया के तहत आलू को भिगोने के बाद उसमें रेपसीड तेल, कासनी फाइबर, फ्रुक्टोज और मटर प्रोटीन डाला जाता है। इसे बनाने और परीक्षण से जुड़े वैज्ञानिकों के मुताबिक यह हजम करने में भी आसान है लेकिन इसे पीने से पहले गर्म ज़रूर कर लेना चाहिए।
क्या है आलू से बने दूध के फ़ायदे
ये गैर-डेयरी दूध लैक्टोज, ग्लूटेन से मुक्त है, जिसमें मिठास और वसा की मात्रा भी कम है। कुछ लोगों को लैक्टोज से ऐलर्जी होती है, इसलिए वो दूध से बने उत्पादों से दूर रहते हैं। ऐसे में उनके लिए ये लैक्टोज-फ़्री दूध काफ़ी फ़ायदेमंद होगा। साथ ही यह कई मुख्य मिनरल, कैल्शियम, विटामिन डी, बी 12, फाइबर, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट और फोलिक एसिड से भरपूर है। आलू के दूध में कैल्शियम और आयरन की मात्रा गाय के दूध के समान ही होती है। यह डेयरी फ़ार्मिंग की तुलना में कम कार्बन डाइऑक्साइड पैदा करता है। हालांकि, पोषण विशेषज्ञ आरुषि अग्रवाल ने बताया कि यह आलू के दूध का उत्पादन करने वाली पहली कंपनी नहीं है और इसे मूल रूप से कनाडा और अमेरिका में एक शाकाहारी ब्रांड द्वारा 2015 में लॉन्च किया गया था।
गाय के दूध की तुलना में कीमत दोगुनी
आलू से बने इस दूध की कीमत बाज़ार में गाय के दूध की तुलना दोगुनी है। 6 लीटर के एक पैकेट की कीमत ही 1268 रुपये है। यानि एक लीटर दूध की कीमत करीब 212 रुपये पड़ेगी।