Pantnagar Kisan Mela 2023: पंतनगर किसान मेला | भारत में कृषि क्षेत्र में प्रगति के लिए दिन-प्रतिदिन नई-नई तकनीक विकसित की जा रही हैं। कृषि वैज्ञानिकों का उद्देश्य किसानों को सशक्त बनाना है और कृषि में लगने वाली लागत मूल्य को कम करना है। उन्हीं तकनीकों को किसानों तक पहुंचाने के लिए देश भर में किसान गोष्ठी (Farmers’ Seminar) और किसान मेलों का आयोजन किया जाता है। एक ऐसा ही मेला है पंतनगर का किसान मेला, जो देशभर में मशहूर है।
उत्तराखंड के गोविंद बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में हर साल दो बार कृषि मेले का आयोजन किया जाता है। 2023 का 113वां अखिल भारतीय किसान मेला और कृषि उद्योग प्रदर्शनी 25 फरवरी से 28 फरवरी को गांधी मैदान में आयोजित किया जा रहा है। मेले में कई तरह के स्टॉलस से लेकर कई प्रतियोगिताएं आयोजित की जाती है। पंतनगर किसान मेले में देशभर से किसान पहुंचते हैं। पंतनगर किसान मेले में किसानों को नई-नई कृषि तकनीक देखने और समझने का सुनहरा अवसर मिलेगा।
विश्वविद्यालय के प्रसार शिक्षा के डायरेक्टर डॉ. अनिल कुमार शर्मा ने बताया कि इस चार दिन तक चलने वाले किसान मेले में फल-फूल, शाक-भाजी और खेती-किसानी से जुड़ी कई प्रदर्शनियां और कई प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा। इन प्रतियोगिताओं में विजेता किसानों और कृषि उद्यमियों को सम्मानित भी किया जाएगा।
किसान मेले का उद्घाटन 25 फरवरी 2023 को गांधी हॉल में सुबह 11 बजे किया जाएगा। उद्घाटन के साथ ही कृषि मेला प्रांगण में फल, फूल, सब्जियों और अन्य कृषि उत्पादों की प्रदर्शनियां शुरू हो जाएंगी। किसानों को उन्नत नस्ल की गाय प्रदान करने के लिए 26 फ़रवरी 2023 को दोपहर 2 बजे से शैक्षणिक डेयरी फार्म, नगला पर संकर बछियों की नीलामी भी की जाएगी। इसी दिन दोपहर 3 बजे से मत्स्य उत्पादन प्रदर्शनी और प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा। इसमें मछली पालन से जुड़ी नई-नई तकनीकें जानने को मिलेंगी।
पंतनगर किसान मेले के तीसरे दिन 27 फरवरी को सुबह 10 बजे से पशुचिकित्सा एवं पशुविभाग के परिसर में पशु प्रदर्शनी और प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी। किसानों को वैज्ञानिक ढंग से खेती करने की जानकारी देने के लिए 25 से 27 फ़रवरी दोपहर 3 बजे से कृषक वैज्ञानिक संवाद/कृषक गोष्ठी का आयोजन भी किया जाएगा। इसमें कृषि वैज्ञानिकों की ओर से किसानों को नई-नई जानकारी दी जाएगी। साथ ही किसान अपनी समस्याओं का हल सीधे कृषि वैज्ञानिकों से जान सकेंगे। किसानों और अतिथियों के मनोरंजन के लिए 26 और 27 फरवरी को शाम 7 बजे से 8:30 बजे तक सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन भी किया जाएगा।
किसान मेले में ख़रीफ़ ऋतु की फसलों के लिए नई प्रजातियों के बीज और मिनीकिट की बिक्री भी की जाएगी। साथ ही शाक-भाजी, फलों, वानिकी, सुगंधित पौधों और फूलों के उन्नत बीजों की बिक्री भी की जाएगी। प्रगतिशील किसानों, कृषि उद्यामियों और कृषि से जुड़े फ़र्मों को अपने उत्पाद की प्रदर्शनी लगाने के लिए 23 फ़रवरी तक स्टॉल की बुकिंग करनी होगी। इससे जुड़ी ज़्यादा जानकारी के लिए आप इस लिंक पर क्लिक करें- Stall Booking
मेले से जुड़ी ज़्यादा जानकारी जानने के लिए आप इनकी आधिकारिक वेबसाइट gbpuat.ac.in पर जा सकते हैं।
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