अगर कोई आपसे पूछे कि दालचीनी (Cinnamon) क्या है तो आप यही कहेंगे कि एक मसाला है। लेकिन क्या आपको पता है कि एक साधारण सी मसाला कहे जाने वाली दालचीनी में कितने सारे गुण हैं। आयुर्वेद में दालचीनी को औषधि बताया है जो कई रोगों के इलाज में काम आती है।
दालचीनी क्या है
एक मात्र साधारण सा मसाला दालचीनी छाल तेजपात की वृक्ष छाल से ज्यादा पतली, पीली, और खुशबूदार होती है। इसका रंग भूरा होता है। इसके फलों को तोड़ने पर अंदर से तारपीन जैसी बदबू आती है। दालचीनी की पत्तियों को मलने पर इससे बहुत तेज बदबू आती है। लेकिन यही दालचीनी कई रोगों को ठीक करने में काम आती है।
दालचीनी के लाभ
वैसे तो कहा जाता है कि दालचीनी का सेवन करने से पाचनतंत्र संबंधी समस्या, दांत, सिर दर्द, त्वचा के रोग, मासिक धर्म की परेशानियां ठीक हो जाती हैं। लेकिन ये तो सिर्फ कुछ ही लाभ है। दालचीनी से तो कई तरह के रोग ठीक होते हैं।
हिचकी की परेशानी में लाभदायक
जिन लोगों को हमेशा हिचकी की परेशानी रहती है वो दालचीनी का काढ़ा बनाकर 10-20 मिली काढ़ा को पिएं। आपको आराम मिलेगा।
भूख को बढ़ाने के लिए लाभकारी
अगर आपको भूख कम लगती है तो 500 मिग्रा सौंठ का चूर्ण, 500 मिग्रा इलायची, और 500 मिग्रा दालचीनी को पीस लें। खाने से पहले इसे सुबह शाम लेने से भूख बढ़ती है।
उल्टी को रोकने में फायदेमंद
दालचीनी और लौंग का काढ़ा बना लें। इसे पीने से उल्टी नहीं होगी।
आंखों की समस्या दूर करती है
कई बार लोग शिकायत करते हैं कि उनकी आंख फड़कती रहती है। दालचीनी का तेल आंखों के ऊपर यानि पलक पर लगाने से समस्या से निजात मिलेगी। साथ ही आंखों की रोशनी भी बढ़ेगी।
दांत की समस्या में लाभकारी
दालचीनी के तेल को रूई से दांतों में लगाने से आराम मिलेगा। इतना ही नहीं दालचीनी के 5-6 पत्तों को पीसकर मंजन करने से दांत साफ और चमकीले होते हैं।
सिर दर्द में राहत
दालचीनी के 8-10 पत्तों को पीसकर लेप बना लें। अब इस लेप को माथे पर लगाए। आराम मिलने पर धोकर माथा साफ कर लें।
जुकाम में देती है आराम
दालचीनी (cinnamon) को गर्म पानी में घिस कर लेप बना लें। अब इस लेप को छाती और नाक पर लगाए। इससे आपको आराम मिलेगा।
खांसी में भी फायदेमंद
खांसी से परेशान रहने वाले लोग आधा चम्मच दालचीनी के पाउडर को, 2 चम्मच शहद के साथ सुबह शाम लें। इससे खांसी ठीक हो जाएगी।