Safed Musli Ke Fayde : भारत घरेलू नुस्खों, आयुर्वेदिक औषधियों और जड़ी बूटियों के लिए काफी फेमस है। अब पूरी दुनिया भारत के नुस्खों से परिचित है। ज्यादातर बीमारियां भारत में घरेलू नुस्खों और जड़ी बूटियों के प्रयोग से ठीक हो जाती है। भारत में अग्रेंजी दवा से पहले जड़ी बूटियों का इस्तेमाल किया जाता है। बता दें भारत में ऐसी ही एक जड़ी बुटी है सफेद मूसली । जो भारत के जंगलों में पाई जाती है। सफेद मूसली को भारत की गुणकारी जड़ी बूटियों में गिना जाता है। आमतौर पर विश्व के किसी भी भी हिस्से में सफेद मूसली का पाया जाना बेहद ही मुश्किल है।
ये भी देखें : 9 साल की उम्र में वियान कर रहा है ऑर्गेनिक खेती से कमाई, पढ़े पूरी कहानी
ये भी देखें : घर बैठे शुरु करें ये 2 बिजनेस और कमाएं लाखों हर महीने
ये भी देखें : प्रदूषण जांच केंद्र खोल कर शुरू करें नया बिजनेस, कमाएं 50,000 हर महीने
ये भी देखें : पारिजात एक, फायदे अनेक, इस पेड़ से कमाई भी खूब होती है
बता दें सफेद मूसली को “इंडियन स्पाइडर प्लांट” के नाम से भी जाना जाता है। यह सफेद मूसली का अंग्रेजी नाम है। भारत में यह चुनिंदा स्थानों जैसे राजस्थान, महाराष्ट्र और गुजरात में ही पाई जाती है। मेडिसनल प्लांट ने इसका संरक्षित और परिरक्षित करके छठे मूल्यवान पोधे के रूप में इसकी पहचान की थी।
सफेद मूसली में केल्शियम, मैग्नीशियम, पोटैशियम, विटामिन, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट , फिनोल, रेजिन और सैपोनिन जैसे कई पोषक तत्व होते है। बता दें सफेद मूसली पुरुषों में यौन शक्ति बढ़ाने में भी उपयोग किया जाता है। इसीलिए सफेद मूसली को “इंडियन वियाग्रा” के नाम से भी जाना जाता है। इसके अलावा भी इसके कई फायदे है जिनके बारे में हम आपको बताएंगे-
- इसका प्रयोग यौन अंगों को जवान और स्वस्थ करने के लिए किए जाता है। इसके अलावा यह यौन शक्ति को बढ़ाते हैं और शरीर की कमजोरी को दूर रखते हैं।
- बांझपन एक औरत या फिर पुरुष के लिए किसी श्राप से कम नहीं होता है। सफेद मुसली सदियों से ही इस श्राप को दूर करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है।
- इसमें एक प्रबल पोषक टॉनिक होता है। जो गर्भावस्था के दौरान जच्चा और बच्चा दोनों को ही सेहतमंद रखता है। यह माँ के शरीर को फुर्ती से भर देता है। यह स्तन के दूध के उत्पादन की मात्रा और गुणवत्ता में भी सुधार लाता है।
- यह एक शक्तिशाली ऊर्जावर्धक है और प्राचीन काल से ही प्रतिरक्षा प्रणाली को मज़बूत एवं सुन्दर बनाने के लिए प्रयोग किया जाता है। इसका प्रयोग अधिकतर दमा के रोगी प्रतिरक्षा प्रणाली को सशक्त बनाने के लिए किया जाता है।
- यह पथरी के लिए भी काफी उपयोगी है। इंद्रायण की सूखी जड़ को बराबर मात्रा में पीसकर एक गिलास पानी में डालकर पीने से आराम मिलता है।
- डायरिया और डायबिटीज जैसी बीमारियों के लिए भी इसका खूब इस्तेमाल किया जाता है।