किसानों के उपयोगी किसान क्रेडिट कार्ड (Kisan Credit Card) अब कृषकों के अलावा मत्स्य पालकों तथा पशुपालकों को भी मिलेगा। इसके लिए उन्हें कुछ आसान सी शर्तें पूरी करनी होती है। इसके बाद वे किसान क्रेडिट कार्ड के अप्लाई कर इसके सभी लाभ उठा सकते हैं।
ऐसे बनवा सकते हैं किसान क्रेडिट कार्ड
किसान क्रेडिट कार्ड बनवाना बहुत आसान है। इसके लिए सबसे पहले आवेदन के रिकॉर्ड चेक कर उसका वेरिफिकेशन किया जाता है। वेरिफिकेशन होने के बाद आवेदन को अपना आधार कार्ड तथा पैन कार्ड दिखाना होता है। साथ ही उसे यह भी घोषणा करनी होती है कि उस पर किसी प्रकार का कोई भी बैंक का कर्जा बाकी नहीं है। इसके लिए वह स्वहस्ताक्षरित एफिडेविट लगाता है। इसके बाद उसे किसान क्रेडिट कार्ड मिल जाता है।
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पांच वर्ष की होती है किसान क्रेडिट कार्ड की वैलिडिटी
इस कार्ड की वैलिडिटी पांच वर्ष की होती है। पांच वर्ष के बाद इसका नवीनीकरण करवाना पड़ता है। किसान क्रेडिट कार्ड बनवाने तथा उसका नवीनीकरण का कार्य स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI), बैंक ऑफ इंडिया (BOI), विभिन्न कॉपरेटिव बैंक्स, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक, आईडीबीआई (IDBI) तथा अन्य अधिकृत फाइनेंशिएल एजेंसीज में जाकर करवाया जा सकता है।
किसान क्रेडिट कार्ड से होते हैं ये फायदे
कृषकों के लिए यह कार्ड बहुत ही उपयोगी है। इसके जरिए किसान बिना जमीन गिरवी रखे लगभग डेढ़ लाख रुपए तक का लोन ले सकता है। यही नहीं, उस लोन पर उसे ब्याज दरों में भी छूट मिलती हैं। इसके अलावा कई अन्य सरकारी स्कीम्स हैं, जिनका फायदा उठाने के लिए किसान क्रेडिट कार्ड होना अनिवार्य है।