हाल ही में दिल्ली में भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (IARI) ने पूसा कृषि विज्ञान मेले (Pusa Krishi Vigyan Mela 2022) का आयोजन किया। इस मेले में देशभर के प्रगतिशील किसानों और उद्यमियों ने शिरकत की। कृषि में तकनीक को बढ़ावा देने के मकसद से आयोजित इस मेले में उद्यमियों ने खेती में सहायक कई उपकरणों की प्रदर्शनी भी लगाई। इन्हीं में से एक उपकरण है वरदान मिनी रोटावेटर। बहुत छोटी सी दिखने वाली यह मशीन ट्रैक्टर के सारे काम करती है। यह किसानों के लिए सचमुच वरदान साबित हो सकती है। इस मशीन के बारे में ज़्यादा जानकारी के लिए किसान ऑफ़ इंडिया के संवाददाता ने बात की योगेश कुमार से।
मज़दूरों का खर्च बचेगा
सब्ज़ियों की खेती में निराई-गुड़ाई की बहुत अहमियत है। किसानों को इसके लिए अलग से मज़दूर रखने पड़ते हैं। मिनी रोटावेटर एक ऐसा उपकरण है, जो खेत की जुताई करने के साथ ही निराई-गुड़ाई के सारे काम आसानी से करता है। इससे मज़दूरों पर खर्च होने वाला पैसा बचता है।
वर्तमान समय में पेट्रोल-डीज़ल की कीमतें जिस तेज़ी से बढ़ रही हैं, ऐसे में छोटे किसानों के लिए मिनी रोटावेटर किफ़ायती और कारगर विकल्प है। इसमें कई तरह के अटैचमेंट लगे हुए हैं, जिससे यह ट्रैक्टर और रोटावेटर दोनों का काम करता है।
बैटरी आधारित एडवांस मशीन
मिनी रोटावेटर की ख़ासियत है कि यह लिथियम टेक्नोलॉजी से बना है और बैटरी से चलता है। इसकी बैटरी लाइफ 20 साल की है। किसान आसानी से इसे 20 सालों तक इस्तेमाल कर सकते हैं। एक बार बैटरी चार्ज करने पर किसान एक एकड़ खेत की जुताई कर सकता है। बैटरी करीब 6 घंटे चलती है। इसे ढ़ाई से तीन घंटे के लिए चार्ज करना पड़ता है। इसमें बैटरी इंडिकेटर भी लगा हुआ है, जो बताएगा कि कितनी प्रतिशत बैटरी बाकी है।
मिनी रोटावेटर में ब्लूटूथ भी दिया गया है। फोन उठाने की ज़रूरत नहीं होगी, आप इसमें दिए स्पीकर से बात कर सकते हैं। इसके अलावा, इसमें एफएम और मोबाइल चार्जिंग की भी सुविधा है। इसमें एलईडी लाइट भी लगी हुई है। इस एलईडी लाइट के इस्तेमाल से आप घर में उजाला कर सकते हैं। किसान रात में भी खेतों में काम कर सकते हैं।
खेती की लागत को किस तरह करेगा कम?
योगेश कुमार कहते हैं कि ये मिनी रोटावेटर किसानों की खेती की लागत को कम करने में सहायक है। जब लागत कम होगी तो मुनाफा भी बढ़ेगा। आमतौर पर किसानों को खेत से खरपतवार खत्म करने के लिए केमिकल डालना पड़ता है, लेकिन मिनी रोटावेटर बिनी किसी केमिकल के खरपतवार हटा सकता है। इससे किसानों को केमिकल की ज़रूरत नहीं पड़ेगी और इससे मिट्टी की उर्वरकता भी बढ़ती है। साथ ही ऑर्गेनिक खेती को बढ़ावा मिलेगा, क्योंकि बिना केमिकल के खरपतवार खत्म हो जाएंगे। योगेश कुमार कहते हैं कि केमिकल युक्त फसल स्वास्थ्य के लिए भी फ़ायदेमंद होती है। यानी किसानों के साथ ही यह आम लोगों के लिए भी फ़ायदेमंद है।
सब्सिडी पर खरीद
इस मिनी रोटावेटर की कीमत 49 हज़ार रुपये है। किसान इसे आधी कीमत पर खरीद सकते हैं क्योंकि इसपर सरकार की ओर से 50 फ़ीसदी सब्सिडी दी जा रही है। इस मिनी रोटावेटर से जुड़ी अधिक जानकारी जानने के लिए आप किसान ऑफ़ इंडिया से संपर्क कर सकते हैं। इस मशीन की एक और विशेषता है कि इसके सारे कल-पुर्जे भारतीय हैं और आसानी से उपलब्ध हैं।
सम्पर्क सूत्र: किसान साथी यदि खेती-किसानी से जुड़ी जानकारी या अनुभव हमारे साथ साझा करना चाहें तो हमें फ़ोन नम्बर 9599273766 पर कॉल करके या [email protected] पर ईमेल लिखकर या फिर अपनी बात को रिकॉर्ड करके हमें भेज सकते हैं। किसान ऑफ़ इंडिया के ज़रिये हम आपकी बात लोगों तक पहुँचाएँगे, क्योंकि हम मानते हैं कि किसान उन्नत तो देश ख़ुशहाल।