ट्रैक्टर का रख रखाव (tractor maintenance): भारत एक कृषि प्रधान देश है जहां कई प्रकार की खेती की जाती हैं। बेहतर खेती करने के लिए कई प्रकार की तकनीकों का उपयोग किया जाता है। फसल की बुवाई से लेकर उसकी कटाई तक कई प्रकार की मशीनों और उपकरणों का प्रयोग होता है। इन्हीं में से एक महत्त्वपूर्ण उपकरण है ट्रैक्टर। यदि समय-समय पर इसकी देखभाल न की जाए, तो इसके काम करने की क्षमता पर प्रभाव पड़ता है।
आज हम आपको बताएंगे कि कब और कैसे ट्रैक्टर की देखभाल की जाएं।
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प्रतिदिन कैसे करें देखभाल
- जब आपका काम खत्म हो जाए, तब इंजन के ठंडा होने के बाद उसके इंजन में तेल के स्तर की जांच जरूर करें। यदि स्तर कम है, तो सही ग्रेड के इंजन तेल से उसे भर दें।
- रेडिएटर में भी पानी की जांच आवश्य करें। कम होने पर उसे भरें।
- तेल के स्तर को चैक करें और एयर क्लीनर को साफ करें। यदि तेल गंदा हो गया है, तो साफ तेल जरूर भरें।
सप्ताह में एक बार
- रोज तो आप ट्रैक्टर की जांच करेंगे ही, लेकिन एक सप्ताह ट्रैक्टर का उपयोग करने के बाद उसके टायरों में हवा का दबाव चैक करें। दबाव कम होने पर हवा भर दें।
- बैटरी में पानी की मात्रा कम हो जाती है। इसकी जांच करें। पानी कम होने पर उसमें आसुत पानी भरें।
- गियर का उपयोग बार-बार होने के कारण उनमें मौजूद तेल कम हो जाता है। गियर बॉक्स में तेल की जांच अवश्य करें।
- एक हफ्ते काम में लेने के बाद ट्रैक्टर के कई हिस्सों में ग्रीस की मात्रा कम हो जाती है। जैसे- क्लच शॉट, बेयरिंग, ब्रेक कंट्रोल, पंखे का वाशर, सामने वाले पहिए का हब, टाई रॉड, रेडियस क्रॉस आदि। इन पर ग्रीस अवश्य लगाएं।
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15 दिनों बाद
- दैनिक और साप्ताहिक रख रखाव तो आप करेंगे ही, लेकिन पंद्रह दिनों के अंतराल के बाद ट्रैक्टर के डायनमो और स्टार्टर में तेल डालें।
- धुंआ निकालने वाली ट्यूब में जमे कार्बन को साफ करें।
- इंजन में तेल को बदलने के लिए नाली प्लग से तेल को बाहर निकालें और सही ग्रेड का साफ तेल भर दें।
- धात्विक तेल से फिल्टर को साफ करते रहें।
- क्लच और ब्रेक के फील प्ले की जांच करते रहें।
एक महीना होने पर
- पंद्रह दिन की अवधि के रख रखाव को दोहराते रहें।
- ट्र्रैक्टर के साथ आए मैन्युअल में डीजल के फिल्टर को साफ करने की सलाह दी जाती है। केवल तेल-टैंक के नल से फिल्टर को धोएं।
- बैटरी का पानी यदि स्तर घनत्व निशान से कम है तो बैटरी को बदल दें।
दो महीने बाद
- किसी अनुभवी मैकेनिक से वॉल्व और डीजल के पंप की जांच करवाएं।
- तेल टैंक को साफ करें।
- डायनेमो और सेल्फ स्टार्टर की भी जांच करते रहें।
चार महीने बाद
- अब तक दी गई सभी जानकारियों के अनुसार ट्रैक्टर की जांच करते रहें। चार महीने होने के बाद गियर बॉक्स के तेल की जांच करके सही ग्रेड का तेल भरें।
- बैक एक्सल के तेल की भी जांच करें। उसे बाहर निकाल कर साफ तेल भरें।
- सामने के पहिए की ग्रीस को बदलें, साथ ही स्टीयरिंग ऑयल को भी बदल दें।
- हाइड्रोलिक पंप के फिल्टर को भी जरूर साफ करें।
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