विश्व पर्यावरण दिवस 2023 (World Environment Day): विश्व भर में पर्यावरण के संरक्षण और उसके प्रति जागरूकता के लिए 5 जून को पर्यावरण दिवस के रूप में मनाया जाता है। इसकी शुरूआत संयुक्त राष्ट्र महासभा की ओर से मानव पर्यावरण के संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन 1972 में की गई थी। इसका मकसद पूरे विश्व के लोगों को अपने-अपने दैनिक जीवन में जलवायु के अनुकूल कार्य करने के लिए प्रेरित करना है।
विश्व पर्यावरण दिवस 2023 की थीम
विश्व पर्यावरण दिवस 2023 की थीम Beat Plastic Pollution अभियान के तहत प्लास्टिक प्रदूषण के समाधान पर आधारित है। इस साल विश्व पर्यावरण दिवस की मेज़बानी नीदरलैंड के समर्थन से कोटे डी आइवर की ओर से की जा रही है। हाल ही में संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (यूएनईपी) की ओर से ‘टर्निंग ऑफ़ द टैप’ Turning off the Tap नाम की रिपोर्ट में बताया गया है कि अगर सही तरीके से प्लास्टिक और प्लास्टिक से बने उत्पादों का फिर से उपयोग कर, उसे रिसाइकल किया जाए तो 2040 तक लगभग 4.5 ट्रिलियन यूएस डॉलर की बचत की जा सकती है।
मिशन लाइफ की शुरूआत
इस साल, पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने ‘मिशन लाइफ’ (LiFE) पर जोर देते हुए विश्व पर्यावरण दिवस 2023 मनाने की परिकल्पना की है। पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय की वार्षिक रिपोर्ट 2022-23 के अनुसार, मिशन लाइफ (पर्यावरण के लिए जीवन शैली) की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ओर से गुजरात के एकता नगर में स्टैच्यू ऑफ़ यूनिटी के पास संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस की उपस्थिति में 20 अक्टूबर 2022 को की गई थी।
देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2021 के संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिर्वतन सम्मेलन (यूएनएफसीसीसी कोप26) में वैश्विक समुदाय के लिए वन-वर्ड मूवमेंट का प्रस्ताव रखा था। लाइफ शब्द एल, आई, एफ, ई से मिलकर बना है जिसका अर्थ Lifestyle For Environment यानि “पर्यावरण अनुकुल जीवन शैली” है।
मिशन लाइफ का उद्देश्य
मिशन लाइफ दुनिया में तेज़ी से बदलते जलवायु परिवर्तन को रोकने का एक वैश्विक कैंपेन है। इस योजना के तहत भारत अपने नेतृत्व में दुनिया के सभी शीर्ष कार्बन उत्सर्जन करने वाले देशों के साथ मिलकर वैश्विक तापमान को कम करने और जलवायु परिवर्तन से होने वाले नुकसान को कम से कम करने को लेकर काम करेगा।
पर्यावरण संरक्षण की शपथ बना विश्व रिकॉर्ड
पत्र सूचना कार्यालय भारत सरकार से प्राप्त जानकारी के अनुसार पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय(एमओईएफएंडसीसी), भारत सरकार ‘मिशन लाइफ’ के तहत विश्व पर्यावरण दिवस 2023 मना रहा है। इसके तहत छत्तीसगढ़ के रायपुर में ईआईएसीपी कार्यक्रम केंद्र ने पर्यावरण संरक्षण के लिए 12.38 लाख से अधिक लोगों को “लाइफ” शपथ दिलाकर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया है। इस रिकॉर्ड को लिमका वर्ल्ड ऑफ़ रिकॉर्ड में जगह मिली है।
संयुक्त राष्ट्र के आंकड़ों के अनुसार, हर साल 400 मिलियन टन से अधिक प्लास्टिक का उत्पादन होता है। इनमें से 50% प्लास्टिक को सिंगल यूज़ के लिए डिज़ाइन किया जाता है। इनमें से केवल 10% प्लास्टिक को रीसायकल किया जाता है जो उत्पादन की तुलना में काफी कम है। अगर हमें अपने पर्यावरण को संरक्षण देना है तो प्लास्टिक के रीसायकल की प्रक्रिया को और बड़े स्तर पर बढ़ाना होगा।
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