यूपी सरकार की महत्वाकांक्षी परियोजना के तहत वाराणसी में गंगा नदी में चलने वाली सभी डीजल इंजन नावों को अब सीएनजी नावों में बदला जाएगा। इससे डीजल नौकाओं द्वारा उत्पन्न होने वाले शोर, धुएं तथा प्रदूषण से गंगा को मुक्ति मिलेगी। नाविकों के लिए गेल खिदकिया घाट के पास सीएनजी स्टेशन भी स्थापित किया जाएगा।
डिविजनल कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने यह जानकारी देते हुए बताया कि अपने कॉरपोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी फंड से, गैस अथॉरिटी ऑफ इंडिया (GAIL) लगभग 37 करोड़ रुपये की एक परियोजना ला रहा है, जिसके तहत गंगा में चलने वाली नौकाओं के मौजूदा डीजल इंजन को नए सीएजनी इंजनों से बदल दिया जाएगा। इससे प्रदूषण में काफी कमी आएगी और यह नदी की प्राकृतिक सुंदरता को भी बढ़ाएगा।
अग्रवाल ने कहा कि इस परियोजना में नाव मालिकों से एक टोकन राशि ली जाएगी और उनके डीजल इंजनों को पूरी तरह से हटा दिया जाएगा ताकि किसी अन्य नाव में उनका उपयोग नहीं हो सके। प्रोजेक्ट रिपोर्ट के अनुसार इसमें प्रत्येक नाव पर लगभग 2 लाख रुपए का खर्च आएगा। यह परियोजना अगले वर्ष तक पूर्ण कर ली जाएगी।