Poultry Farming पोल्ट्री फार्मिंग/मुर्गी पालन को प्रोत्साहन देने के लिए और इसमें वृद्धि करने के लिए, तमिलनाडु राज्य की सरकार ने हाल ही में 100% सरकारी अनुदान पर महिलाओं के लिए एक नई योजना की घोषणा की है।
जानकारी के मुताबिक, इस कार्यक्रम के अंतर्गत आने वाले प्रत्येक लाभार्थी के लिए चार सप्ताह पुराने 25 चूजों को शामिल किया गया है।
क्या है पोल्ट्री फार्मिंग योजना?
यह योजना सरकार द्वारा महिला मुर्गीपालक किसानों के लिए शुरू की गई है। जानकारी के मुताबिक कोयम्बटूर जिले के 3200 व्यक्तियों को इस योजना का लाभ मिलने की उम्मीद है। इस योजना के तहत प्रत्येक पंचायत संघ में मुर्गी पालन के लिए 400 लाभार्थियों को सब्सिडी भी दी जाएगी। बता दें कि हर जिले की 8 पंचायत यूनियनों में 3,200 लाभार्थियों को शामिल किया जाएगा।
इस योजना से कौन-कौन होगा लाभान्वित?
इस योजना की शुरूआत मुख्य रूप से आर्थिक रूप से गरीब पृष्ठभूमि की महिलाओं को लाभ पहुंचाने के लिए की गई है। बता दें कि सभी महिलाओं को संबंधित गांव में तमिलनाडु राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के द्वारा पंजीकृत स्वयं सहायता समूहों से भी संबंधित होना चाहिए अन्यथा उन्हें अन्य निशुल्क पशुधन योजनाओं से लाभान्वित नहीं किया जाएगा।
पोल्ट्री फार्मिंग की क्या प्राथमिकताएं होंगी?
जानकारी के मुताबिक पोल्ट्री फार्मिंग के लाभार्थियों का 30% भाग द्रविड़ समुदाय से चुना जाएगा। चयन की प्रक्रिया में निराश्रित महिलाओं, ट्रांसजेंडरों, विधवाओं और अलग-अलग व्यक्तियों को वरीयता दी जाएगी।