यूपी का झांसी अपने नाम एक और उपलब्धि हासिल करने वाला है। दरअसल शौर्य और पराक्रम की धरती कही जाने वाली झांसी अब स्ट्रॉबेरी उगलेगी। इसके लिए झांसी पूरी तरह से तैयार है। झांसी में अब स्ट्रॉबेरी की खेती की शुरुआत होने जा रही है। इसीलिए इसकी खेती को बढ़ावा देने के लिए एक फेस्टिवल का आयोजन होने जा रहा है जिसका नाम स्ट्रॉबेरी फेस्टिवल होगा। सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ खुद इस फेस्टिवल की शुरुआत करेंगे। इस फेस्टिवल का शुभारंभ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ वर्चुअल तरीके से करेंगे। ये फेस्टिवल आज से शुरु होकर 16 फरवरी तक चलेगा। इस कार्यक्रम का उद्देश्य झांसी समेत पूरे बुंदेलखंड में स्ट्रॉबेरी की खेती के लिए प्रेरित करना है।
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खेती से किसानों की बढ़ेगी आमदनी
इस आयोजन को लेकर झांसी के डीएम आंद्रा वामसी ने कहा कि स्ट्रॉबेरी की खेती के जरिए किसान बेहतर आमदनी हासिल कर सकते हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खासतौर पर प्रदेश के पिछड़े इलाकों में शुमार बुंदेलखंड के विकास के लिए बेहद गंभीर हैं। मुख्यमंत्री बुंदेलखंड में हर तरफ खुशहाली चाहते हैं। इसीलिए उद्योग से लेकर खेती किसानी में भी तरक्की के विकल्पों को बढ़ा रहे हैं।
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आगे डीएम कहते हैं कि बुंदेलखंड की जमीन पर पहली बार स्ट्रॉबेरी की खेती शुरू हुई है। जैसा की सभी को पता है कि ये क्षेत्र कभी फलों के लिए नहीं बल्कि दलहन, तिलहन और अदरक की पैदावार के लिए जाना जाता है। लेकिन ऐसा पहली बार हो रहा है कि बिना किसी सरकारी मदद के झांसी में दो परिवारों ने इस पैदावार में कामयाबी हासिल की है। दरअसल ये खेती ड्रिप इरिगेशन और स्प्रिंकल के जरिए हुई है। इस तरह से 2 परिवारों ने ये बता दिया कि क्षेत्र में स्ट्रॉबेरी की खेती उगाई जा सकती है। झांसी में अगर इस खेती को बढ़ावा मिल गया तो किसानों को आमदनी का एक बेहतर विकल्प मिल जाएगा।
फेस्टिवल का उद्देश्य
डीएम का कहना है कि दो परिवारों ने जब स्ट्रॉबेरी की खेती की तो उनसे प्रेरणा लेकर हमने स्ट्रॉबेरी फेस्टिवल का आयोजन करने की सोची। इस कार्यक्रम में प्रमुख सचिव उद्यान भी मौजूद रहेंगे। स्ट्रॉबेरी फेस्टिवल के दौरान वर्कशाप आयोजित की जाएगी जिसमें स्ट्रॉबेरी की खेती करने के बारे में बताया जाएगा। स्ट्रॉबेरी की खेती कैसे करें, इसमें चीजों की आवश्यकता होगी, इन सभी बातों की जानकारी दी जाएगी। साथ ही इस खेती से उनकी आमदनी कैसे बढ़ सकती है। इसकी भी जानकारी दी जाएगी।
क्या कहते हैं स्ट्रॉबेरी करने वाले
स्ट्रॉबेरी की खेती के बारे में पूछने पर हैप्पी चावला ने बताया कि डेढ़ एकड़ में सैंपलिंग की है, जिसमें करीब 3 लाख एकड़ का खर्चा आया है। इसमें करीब 10 हजार किलो का उत्पादन होगा। जिसका रेट 100 किलो मंडी में आएगा। और अगर इसका ठीक तरह से उत्पादन किया जाए तो अच्छा खासा मुनाफा भी कमाया जा सकता है।
स्ट्रॉबेरी की खेती पर क्या कहते हैं एक्सपर्ट
स्ट्रॉबेरी की खेती के एक्सपर्ट गौरव गर्ग मानते हैं कि झांसी और बुंदेलखंड के किसानों की हालात स्ट्रॉबेरी की खेती से सुधारी जा सकती है। स्ट्रॉबेरी का पौधा 70 से 80 रुपए में मिलता है। स्ट्रॉबेरी के एक पौधे से करीब एक किलो स्ट्रॉबेरी मिलती है। जिन दो परिवारों ने स्ट्रॉबेरी उगाई है, उसका स्वाद महाबलेश्वर की स्ट्रॉबेरी जैसा ही है। अगर झांसी और बुंदेलखंड में स्ट्रॉबेरी की खेती को बढ़ावा मिलता है तो ये किसानों के लिए बेहद लाभकारी होगा।