उत्तर प्रदेश के किसानों के लिए कृषि व फूड प्रोसेसिंग मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कुछ खास सब्जियों और फलों के ट्रांसपोर्टेशन पर सब्सिडी देने का निर्णय किया है। इस कदम को देश के किसानों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में बड़ा कदम माना जा रहा है। सब्जियों और फलों पर यह सब्सिडी ऑपरेशन ग्रीन टॉप से टोटल के तहत दी जायेगी।
सब्जियों और फलों पर सब्सिडी
आत्मनिर्भर भारत अभियान के अन्तर्गत नोटिफाइड फलों और सब्जियों के परिवहन और भंडारण पर 50 प्रतिशत तक की सब्सिडी देने की योजना है। यह सब्सिडी मंत्रालय द्वारा ऑनलाइन मांग करने पर किसान रेल स्कीन में तहत दी जायेगी। इसे ऑपरेशन ग्रीन से भी सरल तरीके का माना जा रहा है।
इसके अतिरिक्त कृषि मंत्री ने फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्रीज मंत्रालय की तमाम योजनाओं की जानकारी उपलब्ध करवाई है।
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ऑपरेशन ग्रीन के अन्तर्गत सब्जी व फल
इस योजना के अन्तर्गत 19 फल और 14 सब्जियों को शामिल किया गया है। फलों में विशेष रूप से केला, आम, अमरूद, कीवी, लीची, पपीता, अनानास, अनार और कटहल को शामिल किया गया है। इसके साथ ही सब्जियों में फ्रेंच बींस, बैंगन, शिमला मिर्च, करेला, गाजर, फूल गोभी, हरी मिर्च, प्याज, आलू और टमाटर को शामिल किया गया है।
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ये है योजना की खासियत
इस योजना के अन्तर्गत कोई भी किसान या नोटिफाइड सब्जियों और फलों को किसान रेल के जरिए ले जा सकता है। इस योजना की विशेषता यह है कि किसान को कुल किराये का 50 प्रतिशत ही देना होगा तथा शेष 50 प्रतिशत किराया फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्रीज मंत्रालय द्वारा दिया जायेगा।
इस योजना की पूर्ण जानकारी आधिकारिक वेबसाईट पर उपलब्ध है। उल्लेखनीय है कि इस समय तीन किसान ट्रेन चल रही हैं जो देवलीली (महाराष्ट्र) से मुजफ्फरपुर (बिहार), आंध्र प्रदेश के अनंतपुर से दिल्ली और बैंगलोर से दिल्ली के मार्ग पर चलती हैं। इस समय सरकार नागपुर और ऑरेंज सिटी से दिल्ली के बीच चौथी किसान रेल चलाने पर विचार कर रही है।