खेती से जुड़ी नयी तकनीक और उपकरण के लिहाज़ से दिल्ली के पूसा कृषि मेले में ऐसे इलेक्ट्रानिक चौकीदार की पेशकश भी थी, जो फसलों को जंगली जानवरों से होने वाले नुकसान की रोकथाम में बेहद कारगर साबित हो सकता है। ये इलेक्ट्रानिक चौकीदार एक ऐसे अलार्म सिस्टम से लैस है, जो अपने रेंज में आ रहे जंगली जानवरों की आहट को दूर से ही भाँप लेता है। फिर पहले अपने LED फ़्लैश से उन्हें चौंकाता है और फिर अलग-अलग तरह की आवाज़ें निकालकर अपना अलार्म बजाता है। इससे डरकर जानवर पीछे लौट जाते हैं और फसल को नुकसान से बचा लिया जाता है।
खेती के इस इलेक्ट्रानिक चौकीदार की कीमत 13 हज़ार रुपये है। इसके इस्तेमाल में फेंसिंग या कटीले तारों की बाड़बन्दी की अपेक्षा काफ़ी कम खर्च होता है और सबसे बढ़कर इन्सान और वन्य जीवन के बीच संघर्ष की नौबत नहीं आती। दोनों ही अपनी-अपनी दुनिया में सुरक्षित रहते हैं। इस इलेक्ट्रानिक चौकीदार को 2017 में विकसित किया गया था।
इसके सेंसर्स 180 डिग्री के क्षेत्र में 50 फ़ीट तक के इलाके की कवरेज़ करते हैं। दूरदराज़ के इलाके में और हरेक मौसम में उपयोगी बनाये रखने के लिए इसे बैटरी से संचालित किया जाता है और बैटरी को चार्ज करने के लिए इसे सौर ऊर्जा से जोड़ा जाता है। खेती की निगरानी करने वाले इस उपकरण की विदेश में भी ख़ासी माँग है।